चैनपुर बाजार  के चौराहे पर स्थापित बोद्धिसत्व भारत रत्न बाबा साहब डॉ भीमराव अंबेडकर की 130 वी जयंती  धूमधाम से मनाई गई।जयंती का नेतृत्व कर रहे अंबेडकर विकास मंच के लोगों ने बाबा साहब के प्रतिमा के समक्ष 40 पाउंड का केक रख बौद्धिक पंचशील व त्रिशरण वंदना के साथ प्रार्थना की ।

तत्पश्चात बारी-बारी से वक्ताओं ने बाबासाहेब डॉ अंबेडकर के जीवन चरित्र पर प्रकाश डाला।
 प्रो महिपाल मधुकर ने कहा कि शिक्षा का विकास, नारी का सम्मान संवैधानिक विकास वाद एवं वैज्ञानिक चिंतन के अनुसार नए समाज के निर्माण में  बाबासाहेब  की  अहम भूमिका है।उन्होने रूढ़ीवादिता , जाति प्रथा,छुआ-छूत,ऊच-नीच जैसी कुप्रथा के विरुद्धकठोर संघर्ष किया जिसके बदौलत आज निम्न वर्ग भी मुख्य धारा से अपने को जुड़ा हुआ महसूस कर रहा है।

उन्होंने दुनिया के सबसे बड़ा व लचीला भारतीय संविधान बनाकर दिया जिससे आज देश में लोकतंत्र  पूरी तरह स्वतंत्र है। यंहा  भिन्न-भिन्न धर्म के लोग  भाई चारे के साथ संविधान के नेतृत्व में स्वतंत्र होकर गुजर बसर कर रहे हैं।मौके पर दिलीप दिनकर नमूना पासवान फजले आवास भूपेंद्र भारती शिक्षक नरसिंह राम मिथिलेश राम कमलेश बौद्ध महंथ योगेन्द्र व्यास रामदुलार राम जितेन्द्र राम सुरेश राम मुमताज अली कुमार यादव कन्हैया पटेल विश्वकर्मा चौहान राजू मजगदीश राम राजन पटेल राजकुमार पटेल आदि उपस्थित थे।