छपरा : किसी भी महापुरुष को जाति , समुदाय तथा संप्रदाय के प्रकोष्ठ में नहीं बांधा जा सकता। उक्त बातें जयप्रकाश विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो फारूक अली ने बुधवार के दिन विश्वविद्यालय में मनाए जा रहे अंबेडकर जयंती पर कहीं। बताते चले कि बुधवार के दिन जेपीयू में संविधान निर्माता बाबा साहब भीमराव अंबेडकर की जयंती स्वच्छता अभियान चलाकर मनाई गई। जयंती मनाने के अवसर पर कोविड 19 के सभी नियमों का पालन किया गया तथा जयप्रकाश विश्वविद्यालय के कैंपस स्थित प्रशासनिक भवन के आसपास कुलपति तथा कर्मचारियों ने सफाई अभियान चलाकर उनकी जयंती को मनाया ।
गौरतलब है कि यह अभियान स्वैच्छिक था क्योंकि विश्वविद्यालय खुलने के पहले ही सफाई अभियान प्रारंभ कर दिया गया था तथा यह अभियान 10:30 बजे तक चला । उसके बाद अंबेडकर की जयंती मनाई गई।सीनेट हॉल में जयंती मनाने के दौरान अपने उद्बोधन में कुलपति ने कहा कि वाडियार राजा के सौजन्य से डॉक्टर अंबेडकर विदेश गए और वहां से आने के बाद इतना उच्च पदों पर आसीन हुए। कुलपति ने कहा कि संविधान की प्रस्तावना लिखा गया वाक्य *हम भारत के लोग* को बाबा साहब ने ही दिया था। उन्होंने यह भी कहा कि महापुरुष जाति , समुदाय तथा संप्रदाय के प्रकोष्ठ में नहीं बांधे जा सकते हैं। बताते चलें कि जयंती का शुभारंभ सीनेट हॉल में बाबा साहब के तैल चित्र पर माल्यार्पण करने के साथ शुरू हुआ। उक्त अवसर पर जेपीयू के कुलसचिव कर्नल श्यामा नंद झा , डॉ आरपी श्रीवास्तव, सीसीडीसी प्रोफेसर हरीश चंद्र सहित विश्वविद्यालय के पदाधिकारी एवं शिक्षकेतर कर्मचारी शामिल थे। गौरतलब है कि उक्त जयंती कोविड प्रोटोकॉल का पालन करते हुए सोशल डिस्टेंसिंग के तहत मनाई गई।
0 Comments