छपरा : सीपीआई ने वामदलों के राज्यव्यापी आह्वान पर भारतीय कम्यूनिस्ट पार्टी सारण जिला परिषद् की ओर से कोविड के तबाही भरे दौड़ में कमरतोड़ महंगाई के खिलाफ प्रतिरोध मार्च और धरना का आयोजन कर पांच सूत्री मांगों से संबंधित ज्ञापन सारण समाहर्ता को सौंपा ।

मांगो में महंगाई पर रोक लगाने, प्रति व्यक्ति के खाते में ₹7500 देने, प्रत्येक व्यक्ति को 10 किलो अनाज 6 माह तक मुफ्त देने, डीजल पेट्रोल के दाम को नियंत्रित करने, सस्ते दर  पर दाल,चीनी, खाद्य तेल की आपूर्ति करने की मांग शामिल है।

इससे पहले सीपीआई राज्य सचिवमंडल सदस्य कपिलदेव यादव के निधन पर दो मिनट का शोक व्यक्त कर श्रद्धांजलि दी गई।

कार्यक्रम का नेतृत्व भाकपा जिला सचिव रामबाबू सिंह ने किया। मौके पर उपस्थित पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए भाकपा जिला सचिव रामबाबू सिंह ने कहा कि कोरोना ने तो तबाही मचाया हीं है इसी दौर में बेलगाम महंगाई किसान मजदूर ग्रामीण दस्तकारी एवं शहरी मध्यम वर्ग का कमर तोड़ दिया है। डीजल पेट्रोल के दाम में बेतहाशा वृद्धि, दाल एवं खाद्य तेल आदि जरूरी सामानों का मूल्य आसमान छू रहा है। सरकार दवा की कालाबाजारी एवं मूल वृद्धि को नियंत्रित करने में नाकामयाब साबित हो रही है। उसे अडानी- अंबानी को मालामाल करने की दिशा में आगे निरंतर बढ़ रही है । ऐसे में वामदल चुप नहीं रह सकते।हमें इसके खिलाफ व्यापक जन संघर्ष करने की जरूरत है। प्रदर्शन में मुख्य रूप से भाकपा जिला सचिव रामबाबू सिंह, डॉ. केएन सिंह, शिवजी दास, हरि बल्लभ सिंह, वरीय अधिवक्ता सुरेंद्र नाथ त्रिपाठी, छात्र नेता राहुल कुमार यादव, सुग्रीव गुप्ता, सुरेश वर्मा, अमित नयन, रुपेश कुमार यादव, अभय कुमार चौबे, जवाहर मिश्रा, मोहम्मद इस्लाम, रमेश ठाकुर, उमेश्वर सिंह, विकास कुमार, सत्येंद्र मांझी, सहित दर्जनों मौजूद थे।