पानापुर(सारण)गंडक नदी के जलस्तर में कमी के बाद प्रखंड के सोनसारण तटबंध को बचाने की कवायद में जुटा विभाग ।धारा की दिशा बदलने के लिए हो रही है नदी की चिराईवर्षा एवं बसहिया गांव के सामने हो रहे तेज कटाव के कारण सारण तटबंध पर उत्पन्न खतरे को देखते हुए विभाग इसकी सुरक्षा की कवायद में जुट गया है।जलस्तर में कमी के बाद आपदा विभाग नदी की मुख्य धारा के दिशा बदलने के लिए नदी के बीचोबीच चिराई की पहल शुरू कर दी है।शुक्रवार से दर्जनों मजदूर इस काम मे जुट गए है।जल संसाधन विभाग के सहायक अभियंता विनोद कुमार ने बताया कि सारण तटबंध के किलोमीटर 72.6 से 76.2 के बीच स्थित सलेमपुर ,सोनवर्षा एवं बसहिया गांव के सामने नदी के धारा की दिशा बदलने की कार्रवाई के बाद कटाव में कमी देखी जा रही है।उन्होंने बताया कि हाजीपुर से मशीन मंगाया जा रहा है जिससे नदी की चिराई को अविलंब पूरा किया जा सके।उन्होंने बताया कि नदी की चिराई हो जाने से नदी के धारा की दिशा बदल जाएगी जिससे आनेवाले दिनों में ससारण तटबंध पर दबाव कम होगा।मालूम को कि विगत वर्षों में सारण तटबंध के किलोमीटर 76 से 77 के बीच स्थित सरौजा भगवानपुर गांव के सामने कटावरोधी कार्यो एवं नदी की चिराई के बाद नदी की दिशा बदल गयी थी।नदी की दिशा बदलने के बाद गत वर्ष से सलेमपुर ,सोनवर्षा एवं बसहिया गांव के सामने कटाव शुरू हो गया था।विगत सप्ताह से जारी तेज कटाव के कारण तटीय इलाकों में बसे लगभग एक दर्जन लोगों के दालान एवं बथान नदी में समा गये है वही सैकड़ो एकड़ जमीन नदी में विलीन हो गये हैं।तेज कटाव के कारण सारण तटबंध के किनारे बसे लोगो मे भय व्याप्त हो गया था।इस बीच विभाग द्वारा नदी के धारा की दिशा बदलने की कवायद से ग्रामीण राहत महसूस कर रहे हैं।
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