सोनपुर --श्री कृष्ण जन्माष्टमी का पावन पर्व का धूम सर्वत्र व्याप्त है।  कोरोना को लेकर  अधिकांश लोग अपने --अपने घरों में ही भगवान कृष्ण की तस्वीर रख कर पूजा कर रहे हैं । वैसे कुछ मठ- मंदिरों में श्री संत महात्मा कृष्णाष्टमी त्यौहार मना रहे हैं यह पर्व  विशेषकर महिलाओं द्वारा दिनभर उपवास रहकर की जा रही है । बिहार उदासीन संप्रदाय के प्रांतीय अध्यक्ष संत शिरोमणि बाबा विष्णु दास उदासीन उर्फ मौनी बाबा ने सोमवार की शाम बताया कि भगवान की कृष्ण की आराधना एवं पूजन सच्चे मन और विचार से किया जाए तो मनोवांछित फल की प्राप्ति होती है । उन्होंने कहा कि श्री कृष्ण अष्टमी तिथि गृहस्थ के एक दिन बाद साधु संतों का होता है । मौनी  बाबा ने कहा कि कृष्ण जी महानायक थे उनके चरित्र के अनुकरण करने वाला व्यक्ति धन्य- धन्य हो जाता है

।  संत बाबा ने यह भी कहा कि भगवान श्री कृष्ण की पूजा न केवल भारत बल्कि विदेशों में भी भारत मुल्क के लोग करते हैं।  देश तथा विदेशों में जब -जब भगवान श्री कृष्ण का जन्म उत्सव मनाया जाता है तब तब इस अवसर पर रंगारंग आध्यात्मिक तथा धार्मिक अनुष्ठान पूजा पाठ संत महात्माओं का प्रवचन होता है । यह त्यौहार श्री कृष्ण के जन्म से लेकर छठी तक मनाया जाता है।  इस में भाग लेने वाले हर लोग भगवान श्री कृष्ण की तरह तरह के दर्शाए गए तस्वीरें के पास जाकर प्रणाम कर आशीर्वाद लेते हैं तथा वहां तैनात ब्राह्मण जब ललाट पर चंदन लगाते हैं तो उन्हें दक्षिणा देकर पुण्य कमाते हैं।  सोनपुर में नौलखा मंदिर, राधा कृष्ण मंदिर, सोनपुर स्टेशन स्थित नर्वदेश्वर मंदिर, भरपुरा  राधेकृष्ण मंदिर सहित कई मठ मंदिरों में धूमधाम के साथ यह त्यौहार मनाया जा रहा है ।