भोरे प्रखंड का एक छोटा सा गांव अमहीं मिश्र 14 नवंबर का इतिहास रचने जा रहा है. इस गांव की मिट्टी से भोजपुरी को विश्व में ख्याति दिलाने की खातिर भोजपुरी के दिग्गज कलाकार हुंकार भरेंगे. भोजपुरी रचनओं से जहां कवि भोजपुरी भाषा की महत्ता का समझाने की कोशिश करेंगे, तो वहीं कार्यक्रम शामिल होने आ रहे ख्याति प्राप्त कलाकार अपन लोकगीतों की प्रस्तुति से भोजपुरी गायन क्षेत्र में पसर चुकी अश्लीलता  कर कड़ा प्रहार करेंगे. भोजपुरी को ख्याति दिलाने की खातिर अमहीं मिश्र और छठियांव बाजार पूरी तरह से सजधज कर तैयार है. गांव में आ रहे नामचीन कलाकार और कवियों के स्वागत के लिए गांव के आतुर दिख रहे हैं.


 


दो सत्र में होगा कार्यक्रम, तैयारी पूरी


प्रखंड के अमहीं मिश्र छठियांव  बाजार में 14 नवंबर को जय भोजपुरी-जय भोजपुरिया मंच के तत्वावधान में आयोजित भोजपुरी साहित्यिक और सांस्कृतक कार्यक्रम दो सत्र में होगा. इस कार्यक्रम को लेकर अमहीं मिश्र छठियांव बाजार में मंच को तैयार किया गया है. पास ही अतिथियों और कलाकारों के ठहरने का इंतजाम किया गया है. जय भोजपुरी-जय भोजपुरिया मंच के अध्यक्ष सतीश चंद्र त्रिपाठी ने बताया कि कार्यक्रम को दो सत्र में रखा गया है. पहले सत्र का कार्यक्रम दिन के 11 बजे से शुरू होगा. जिसमें अंजन और तिस्ता सम्मान के लिए नामित लोगों को सम्मानित किया जायेगा. जिसमें क्षेत्र के प्रमुख भोजपुरी कवि रहे स्व. राधामोहन चौबे के सम्मान में दिया जाने वाला अंजन सम्मान प्रमुख हास्य कवि डॉ. अनिल चौबे को दिया जायेगा. वहीं भोजपुरी साहित्य में विशिष्ट योगदान के लिए दिया जाने वाला साहित्य सम्मान आरा के अमरेंद्र सिंह तथा पंचदेवरी की माया शर्मा को दिया जायेगा. वादन के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान के लिए दिया जाने वाला तिस्ता सम्मान वाराणसी के मशहुर बाल तबला वादक रूद्रांश प्रताप सिंह को दिया जायेगा. वहीं गायकी के क्षेत्र में योगदान के लिए दिया जाने वाला गायिका सम्मान भोजपुरी लोकगीत गायिका प्रीति कुशवाहा को दिया जायेगा.


 


रात में आयोजित होगा सांस्कृतिक कार्यक्रम, गोपाल राय और संजोली पांडेय बांधेंगे समां


 


कार्यक्रम का दूसरा सत्र शम के छह बजे से शुरू होगा. गीत गवनई के इस कार्यक्रम में भोजपुरी के नामचीन कलाकार गोपाल राय और गायिका संजोली पांडेय अपने लोकगीतों से समां बांधेंगे. इने साथ साथ वाराणसी के कलाकार राकेश तिवारी और बाल तबला वादक रूद्रांश सिह भी अपनी अपनी प्रस्तूति देंगे. बता दें कि बाल कलाकार रूद्रांश सिंह के नाम सबसे कम उम्र में तला बजाने का रिकॉर्ड दर्ज है. इन कलाकारों के ठहरने का इंतजाम भी पूरा कर लिया गया. कार्यक्रम का सफल बनाने में कटेया लोकायन मंच के अध्यक्ष कौशल किशोर मिश्र उर्फ डिंपल मिश्र भी जी जान से जुटे हैं. अध्यक्ष सतीश चंद्र त्रिपाठी ने लोगों से अपील किया कि वे इस कार्यक्रम में शामिल होकर भोजपुरी को ख्याति दिलाने में अवश्य सहयोग करें.