नौतन थाना क्षेत्र के शाहपुर निवासी बीएसएफ जवान किशोर बैठा को मंगलवार को राजकीय सम्मान के साथ नम आंखों से अंतिम विदाई दी गयी । वे 50 वर्ष के थे । बता दें कि किशोर बैठा ग्वालियर के टेकनपुर में बीएसएफ अकैडमी में पदस्थापित थे रविवार को सुबह में अचानक सीढियों से गिर गए और गंभीर रूप से घायल हो गए । घायल अवस्था में उन्हें बीएसएफ एकेडमी के अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया । जहां इलाज के दौरान उन्होंने अंतिम साँस ली । इसके बाद बीएसएफ के जवानों और पदाधिकारियों द्वारा मंगलवार को सुबह जवान का पार्थिव शरीर उनके पैत्रिक गाँव शाहपुर लाया गया। वहाँ से सैनिक सम्मान के साथ शव-यात्रा निकाली गयी । शव-यात्रा गाँव से होते शाहपुर झरही नदी के तट पर पहुंची । वहाँ पर सैनिकों द्वारा 'भारत माता की जय', 'किशोर बैठा अमर रहे' के नारे लगाए गए। इसके बाद सेना द्वारा गार्ड ऑफ ऑनर दिये जाने के साथ ही उनका अंतिम संस्कार कर दिया गया। उनको मुखाग्नि उनके पुत्र आकाश बैठा ने दी । जहाँ सेना के द्वारा उन्हें एक सैनिक के तौर पर राजकीय सम्मान और गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया, वहीं उनकी व्यवहारकुशलता, ईमानदारी और शालीनता के कायल लोगों ने उन्हें नमः आँखों से श्रद्धांजलि दी । गौरतलब है कि दिवंगत जवान चार भाइयों में सबसे छोटे थे । उनके अन्य तीन भाई भी बीएसएफ में रहकर देश की सेवा करने के पश्चात सेवानिवृत्त हो चुके हैं । शहीद जवान का एकलौता पुत्र आकाश बैठा है, जो अभी पढ़ाई करता है। लोगों का कहना है कि ईमानदारी के साथ देश की सेवा, कर्तव्यपरायणता, निष्ठा तथा अपनी सुंदर छवि के कारण किशोर हमेशा अमर रहेंगे।