मशरक प्रखंड के डुमरसन पोखरा शिव मंदिर के प्रांगण में आयोजित चार दिवसीय 9 कुडीय गायत्री महायज्ञ को लेकर गुरुवार को गाजे-बाजे के साथ कलश यात्रा निकाली गई । सिर पर कलश लेकर 551 युवतियों ने कई गांवों का भ्रमण कर डुमरसन नहर पर पवित्र गंडक नदी से मंगाया जल बोझी कराया ।वही फिर यज्ञ मंडप में वापस आकर वैदिक मंत्रोच्चारण के बीच यज्ञ मंडप में कलश स्थापित किया गया। कलश स्थापना के साथ ही गायत्री महायज्ञ का शुभारंभ हो गया।
यज्ञाचार्य श्रवण कुमार, अरूण कुमार सिंह,राम किकर सिंह प्रखंड समन्वयक,नवल किशोर साधु जी,प्रभु जी, बहादुर पंडित, गोपालगंज जिला समन्वयक बैरिस्टर प्रसाद,सारण जिला समन्वयक विजय पांडेय,कमलेश पांडेय ने वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ यजमान

डुमरसन मुखिया बच्चा लाल साह धर्मपत्नी को कलश में जल भरवाया और विधिवत पूजा अर्चना कर वापस यज्ञ मंडप में आकर महायज्ञ की शुरुआत कराई। यज्ञाचार्य राम किकर सिंह ने बताया कि गुरुवार से शुरू गायत्री महायज्ञ की शुरुआत की गई है शुक्रवार से यज्ञ मंडप की परिक्रमा की जा सकेगी। गायत्री महायज्ञ में 61 हजार गायत्री मंत्र का जाप किया जाएगा । यज्ञकर्ता डुमरसन मुखिया बच्चा लाल साह ने बताया कि क्षेत्रीय लोगों के सहयोग से गायत्री महायज्ञ का आयोजन संभव हो सका है । महायज्ञ 27 मार्च तक चलेगा । प्रतिदिन शाम चार बजे से आठ बजे तक पुराण कथा के साथ यज्ञ परिक्रमा होगी। यज्ञ आचार्य श्रवण कुमार ने बताया कि युग बदल रहा है इसलिए हमें भी बदल जाना चाहिए जो नही बदलेंगे उन्हें महा गायत्री बदल देंगी।यज्ञ से निकली कलशयात्रा में आगे-आगे नौ कन्याएं दिव्य कलश लिए चल रहीं थीं। गायत्री माता स्वरूप में कन्या, शिव-पार्वती रूप में रथ में बैठी कन्याओं ने बड़े ही उत्साह के साथ प्रसन्न मुद्रा में मनमोहक दिख रही थीं। शंख नगाड़े व ढोल के बीच मां गायत्री के साथ अन्य देवी-देवताओं के गगन भेदी जयकारों से पूरा इलाका गुंजायमान हो गया।
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