सोनपुर---2 वर्षों तक कोरोना को लेकर सोनपुर मेला नहीं लगा था । इस बार मेला आयोजित किए जाने के लेकर प्रशासनिक तैयारी चल रही है। इस वर्ष 8 नवंबर को कार्तिक पूर्णिमा और 6 नवंबर से 7 दिसंबर तक सरकारी मेला का अवधि तक की गई है। सरण डीएम राजेश मीणा ने इस माह के आरंभ में ही छपरा में पदाधिकारियों के साथ बैठक के दौरान हरिहर क्षेत्र सोनपुर मेले की तैयारी को लेकर आवश्यक निर्देश दिए हैं । हरिहर क्षेत्र मेले के धार्मिक स्वरूप को आगे करने को प्रयास के लेकर पर्यटक मंत्री से मिलकर मेले के महाकुंभ जैसा स्वरूप देने की मांग सोनपुर कालीघाट स्थित धनुष्कोटी आश्रम के संत भगवान राम बालक बाबा ने मिलकर मेले के महाकुंभ का मेला स्वरूप देने की मांग की है । बता दें कि विश्व प्रसिद्ध हरिहर क्षेत्र सोनपुर मेले की तैयारी के बीच इसके मूल आधार धर्म-कर्म के पक्षों में व्यापक स्तर पर परिलक्षित किए जाने की मांग उठ रही है। इसके लिए सोनपुर के कालीघाट स्थित धनुष्कोटी आश्रम के संत भगवान राम बालक बाबा ने पर्यटक मंत्री से मिलकर मेले को महाकुंभ मेला का स्वरूप दिए जाने की मांग की है । उन्होंने बताया कि सोनपुर जो यह पौराणिक ,धार्मिक, ऐतिहासिक तथा सांस्कृतिक मेला केवल मनोरंजन और कारोबार का बाजार नहीं बल्कि सनातन संस्कृति का जीवंत दर्शन है। पर्यटक मंत्री के दिए गए पत्र में हरिहर क्षेत्र सोनपुर मेले के दौरान चारों शंकराचार्य एवं देश के 13 विभिन्न अखाड़ों के साधु संतों महंतों को बुलाए जाने शाही स्नान एक माह तक सभी साधु संतों को महाकुंभ की तरह सुविधा प्रदान किए जाने और गंगा और नारायणी संगम स्थल के दोनों किनारे हरिहर क्षेत्र मेला अवधि में रोज संध्या महा आरती का आयोजन पचकोशी परिक्रमा एवं श्री राम के नाम पर यज्ञ एवं स- कीर्तन आयोजन किए जाने की भी मांग की है ।