। छपरा (सारण) जिले के गरखा प्रखंड अंतर्गत मौजमपुर पंचायत के धनौरा गांव का मुख्य सड़क का हाल बहुत ही बदहाल है। धनौरा के साथ मौजमपुर,बलुआं,मुसेपुर,हसकरी,संठा, कंसदियर के लोगों को गरखा जाने के क्रम में काफी परेशानियां का सामना करना पड़ता है। इसके साथ ही धनौरा, कोठियां,सोडागोदाम, कोठियां प्राण राय के टोला से प्रतिदिन बच्चें अलग-अलग विद्यालय जाने के क्रम में दुर्घटना होने से बचते हैं। धनौरा बाजार जाने के क्रम में सड़क खराब होने के कारण बच्चे एवं बुढ़े आए दिन गिरते रहते हैं जो कभी भी अनहोनी होने की संभावना बनी रहती है। इस ग्रामीण मुख्य सड़क से प्रतिदिन बालू लदा अवैध ओवरलोड ट्रेक्टर दर्जनों की संख्या में गरखा मकेर,भेलदी, अमनौर की ओर जातें रहते हैं जिसके कारण भी सड़क काफी जर्जर स्थिति में हो गया है।इस गांव से करीब डेढ़ किलोमीटर की दूरी पर अवतारनगर थाना होने के बाद भी कोई प्रशासनिक पहल नहीं होती। ग्रामिण‌ सह अभिकर्ता शंकर कुमार सिंह ने कहा कि मैं इस सड़क से दिन भर मे चार पांच बार आता जाता हूं मन में अनहोनी की आंशका बनी हुई रहती है, वहीं अभिभावक सतेन्द्र सिंह का कहना है कि गांव में सम्पन्नता होने के बावजूद भी राजनीतिक उदासीनता के कारण गांव की स्थिति बदतर हो गई है। गांव के युवा सरपंच आदित्य सिंह दीक्षित ने बताया कि आए दिन ओवरलोड अवैध बालू ट्रेक्टर का आवाजाही एवं नाले की पानी निकासी नहीं होना ही समस्या का मुख्य कारण है। ग्रामीणों ने बताया कि हमारे विद्यालय के सैकड़ों छात्र- छात्राएं सड़क के किचर पार कर आने को मजबूर हैं जिससे छात्रों के प्रति चिंता बनी रहती है। इन सब परेशानियों को देखते हुए धनौरा गांव के ग्रामीणों ने सड़क के किचर में ही प्रदर्शन कर अपना गुस्सा विभाग, राजनेता एवं सरकार को दिखाया। इसके साथ ही चेतावनी भी दी कि अगर इस सड़क का निर्माण यथाशीघ्र नहीं किया गया तो बाध्य होकर और उग्र प्रदर्शन करने पर ग्रामीण मजबूर होंगे जिसकी सारी जवाबदेही विभाग एवं प्रशासन की होगी। प्रदर्शन में मुख्य रूप से सरपंच आदित्य सिंह दीक्षित, राजेश्वर उपाध्याय, शंकर कुमार सिंह, सतेन्द्र सिंह, श्याम किशोर सिंह, दीपक कुमार, उमेश शर्मा, संतोष सिंह, आदि शामिल थे।