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मशरक प्रखंड क्षेत्र के अरना पंचायत के सपही गांव अवस्थित उत्क्रमित मध्य विद्यालय में शनिवार को विद्यालय के छात्रों ने विद्यालय में पढ़ाई नहीं होने पर विरोध जताया। विद्यार्थियों ने विद्यालय के सरकार के विरुद्ध जमकर नारेबाजी की और अपना रोष जताया। इसके बाद विद्यालय के हंगामें की सूचना के बाद प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी डॉ वीणा कुमारी ने प्रखंड शिक्षक नेता संतोष सिंह ने ग्रामीण रामपूजन सिंह, सुमंत कुमार,अशोक सिंह की मौजूदगी में छात्रों को समझा बुझाकर मामले का निपटारा किया। मौके पर उपस्थित छात्र छात्राओं का कहना है, स्कूल खुलता हैं पर अधिकांश शिक्षक गायब रहते हैं समय से नहीं आते हैं बराबर प्रधानाध्यापक से शिकायत की जाती है पर कोई सुनवाई नहीं होती है ऐसे में उनका भविष्य अंधकार में है। यदि कुछ शिक्षक आते भी हैं तों वे पढ़ाते नहीं हैं जिससे उनकी पढ़ाई प्रभावित हो रही है। ऐसे में वो परीक्षाओं में फेल भी हो सकते हैं। पिछले 2 साल तों कोरोना के चलते उनकी पढ़ाई बाधित रही और अब शिक्षकों की गुटबाजी के अभाव में पढ़ाई नहीं हो रही छात्र-छात्राओं ने कहा जब संबंधित अधिकारी स्कूलों की व्यवस्थाएं सुचारू नहीं कर सकती तो फिर स्कूल क्यों खोल रही है। मामले में प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी डॉ वीणा कुमारी ने बताया कि ग्रामीणों के द्वारा फोन पर सूचना दी गई कि गयी तों उनके द्वारा जांच-पड़ताल की गई तों पता चला की शिक्षकों में आपसी तालमेल नहीं है जिस उन्हें चेतावनी देते हुए आगे समय से विद्यालय में आने और पढाई सुचारू रूप से चलाने का निर्देश दिया गया। यदि किसी भी प्रकार की शिकायत दर्ज कराई गई तों कार्रवाई की जाएगी।मशरक में सरकारी विद्यालय में शिक्षकों के द्वारा पढ़ाए नही जाने पर बच्चों ने जताया विरोध मशरक प्रखंड क्षेत्र के अरना पंचायत के सपही गांव अवस्थित उत्क्रमित मध्य विद्यालय में शनिवार को विद्यालय के छात्रों ने विद्यालय में पढ़ाई नहीं होने पर विरोध जताया। विद्यार्थियों ने विद्यालय के सरकार के विरुद्ध जमकर नारेबाजी की और अपना रोष जताया। इसके बाद विद्यालय के हंगामें की सूचना के बाद प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी डॉ वीणा कुमारी ने प्रखंड शिक्षक नेता संतोष सिंह ने ग्रामीण रामपूजन सिंह, सुमंत कुमार,अशोक सिंह की मौजूदगी में छात्रों को समझा बुझाकर मामले का निपटारा किया। मौके पर उपस्थित छात्र छात्राओं का कहना है, स्कूल खुलता हैं पर अधिकांश शिक्षक गायब रहते हैं समय से नहीं आते हैं बराबर प्रधानाध्यापक से शिकायत की जाती है पर कोई सुनवाई नहीं होती है ऐसे में उनका भविष्य अंधकार में है। यदि कुछ शिक्षक आते भी हैं तों वे पढ़ाते नहीं हैं जिससे उनकी पढ़ाई प्रभावित हो रही है। ऐसे में वो परीक्षाओं में फेल भी हो सकते हैं। पिछले 2 साल तों कोरोना के चलते उनकी पढ़ाई बाधित रही और अब शिक्षकों की गुटबाजी के अभाव में पढ़ाई नहीं हो रही छात्र-छात्राओं ने कहा जब संबंधित अधिकारी स्कूलों की व्यवस्थाएं सुचारू नहीं कर सकती तो फिर स्कूल क्यों खोल रही है। मामले में प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी डॉ वीणा कुमारी ने बताया कि ग्रामीणों के द्वारा फोन पर सूचना दी गई कि गयी तों उनके द्वारा जांच-पड़ताल की गई तों पता चला की शिक्षकों में आपसी तालमेल नहीं है जिस उन्हें चेतावनी देते हुए आगे समय से विद्यालय में आने और पढाई सुचारू रूप से चलाने का निर्देश दिया गया। यदि किसी भी प्रकार की शिकायत दर्ज कराई गई तों कार्रवाई की जाएगी।मशरक में सरकारी विद्यालय में शिक्षकों के द्वारा पढ़ाए नही जाने पर बच्चों ने जताया विरोध मशरक प्रखंड क्षेत्र के अरना पंचायत के सपही गांव अवस्थित उत्क्रमित मध्य विद्यालय में शनिवार को विद्यालय के छात्रों ने विद्यालय में पढ़ाई नहीं होने पर विरोध जताया। विद्यार्थियों ने विद्यालय के सरकार के विरुद्ध जमकर नारेबाजी की और अपना रोष जताया। इसके बाद विद्यालय के हंगामें की सूचना के बाद प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी डॉ वीणा कुमारी ने प्रखंड शिक्षक नेता संतोष सिंह ने ग्रामीण रामपूजन सिंह, सुमंत कुमार,अशोक सिंह की मौजूदगी में छात्रों को समझा बुझाकर मामले का निपटारा किया। मौके पर उपस्थित छात्र छात्राओं का कहना है, स्कूल खुलता हैं पर अधिकांश शिक्षक गायब रहते हैं समय से नहीं आते हैं बराबर प्रधानाध्यापक से शिकायत की जाती है पर कोई सुनवाई नहीं होती है ऐसे में उनका भविष्य अंधकार में है। यदि कुछ शिक्षक आते भी हैं तों वे पढ़ाते नहीं हैं जिससे उनकी पढ़ाई प्रभावित हो रही है। ऐसे में वो परीक्षाओं में फेल भी हो सकते हैं। पिछले 2 साल तों कोरोना के चलते उनकी पढ़ाई बाधित रही और अब शिक्षकों की गुटबाजी के अभाव में पढ़ाई नहीं हो रही छात्र-छात्राओं ने कहा जब संबंधित अधिकारी स्कूलों की व्यवस्थाएं सुचारू नहीं कर सकती तो फिर स्कूल क्यों खोल रही है। मामले में प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी डॉ वीणा कुमारी ने बताया कि ग्रामीणों के द्वारा फोन पर सूचना दी गई कि गयी तों उनके द्वारा जांच-पड़ताल की गई तों पता चला की शिक्षकों में आपसी तालमेल नहीं है जिस उन्हें चेतावनी देते हुए आगे समय से विद्यालय में आने और पढाई सुचारू रूप से चलाने का निर्देश दिया गया। यदि किसी भी प्रकार की शिकायत दर्ज कराई गई तों कार्रवाई की जाएगी।मशरक में सरकारी विद्यालय में शिक्षकों के द्वारा पढ़ाए नही जाने पर बच्चों ने जताया विरोध मशरक प्रखंड क्षेत्र के अरना पंचायत के सपही गांव अवस्थित उत्क्रमित मध्य विद्यालय में शनिवार को विद्यालय के छात्रों ने विद्यालय में पढ़ाई नहीं होने पर विरोध जताया। विद्यार्थियों ने विद्यालय के सरकार के विरुद्ध जमकर नारेबाजी की और अपना रोष जताया। इसके बाद विद्यालय के हंगामें की सूचना के बाद प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी डॉ वीणा कुमारी ने प्रखंड शिक्षक नेता संतोष सिंह ने ग्रामीण रामपूजन सिंह, सुमंत कुमार,अशोक सिंह की मौजूदगी में छात्रों को समझा बुझाकर मामले का निपटारा किया। मौके पर उपस्थित छात्र छात्राओं का कहना है, स्कूल खुलता हैं पर अधिकांश शिक्षक गायब रहते हैं समय से नहीं आते हैं बराबर प्रधानाध्यापक से शिकायत की जाती है पर कोई सुनवाई नहीं होती है ऐसे में उनका भविष्य अंधकार में है। यदि कुछ शिक्षक आते भी हैं तों वे पढ़ाते नहीं हैं जिससे उनकी पढ़ाई प्रभावित हो रही है। ऐसे में वो परीक्षाओं में फेल भी हो सकते हैं। पिछले 2 साल तों कोरोना के चलते उनकी पढ़ाई बाधित रही और अब शिक्षकों की गुटबाजी के अभाव में पढ़ाई नहीं हो रही छात्र-छात्राओं ने कहा जब संबंधित अधिकारी स्कूलों की व्यवस्थाएं सुचारू नहीं कर सकती तो फिर स्कूल क्यों खोल रही है। मामले में प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी डॉ वीणा कुमारी ने बताया कि ग्रामीणों के द्वारा फोन पर सूचना दी गई कि गयी तों उनके द्वारा जांच-पड़ताल की गई तों पता चला की शिक्षकों में आपसी तालमेल नहीं है जिस उन्हें चेतावनी देते हुए आगे समय से विद्यालय में आने और पढाई सुचारू रूप से चलाने का निर्देश दिया गया। यदि किसी भी प्रकार की शिकायत दर्ज कराई गई तों कार्रवाई की जाएगी। मशरक प्रखंड क्षेत्र के अरना पंचायत के सपही गांव अवस्थित उत्क्रमित मध्य विद्यालय में शनिवार को विद्यालय के छात्रों ने विद्यालय में पढ़ाई नहीं होने पर विरोध जताया। विद्यार्थियों ने विद्यालय के सरकार के विरुद्ध जमकर नारेबाजी की और अपना रोष जताया। इसके बाद विद्यालय के हंगामें की सूचना के बाद प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी डॉ वीणा कुमारी ने प्रखंड शिक्षक नेता संतोष सिंह ने ग्रामीण रामपूजन सिंह, सुमंत कुमार,अशोक सिंह की मौजूदगी में छात्रों को समझा बुझाकर मामले का निपटारा किया। मौके पर उपस्थित छात्र छात्राओं का कहना है, स्कूल खुलता हैं पर अधिकांश शिक्षक गायब रहते हैं समय से नहीं आते हैं बराबर प्रधानाध्यापक से शिकायत की जाती है पर कोई सुनवाई नहीं होती है ऐसे में उनका भविष्य अंधकार में है। यदि कुछ शिक्षक आते भी हैं तों वे पढ़ाते नहीं हैं जिससे उनकी पढ़ाई प्रभावित हो रही है। ऐसे में वो परीक्षाओं में फेल भी हो सकते हैं। पिछले 2 साल तों कोरोना के चलते उनकी पढ़ाई बाधित रही और अब शिक्षकों की गुटबाजी के अभाव में पढ़ाई नहीं हो रही छात्र-छात्राओं ने कहा जब संबंधित अधिकारी स्कूलों की व्यवस्थाएं सुचारू नहीं कर सकती तो फिर स्कूल क्यों खोल रही है। मामले में प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी डॉ वीणा कुमारी ने बताया कि ग्रामीणों के द्वारा फोन पर सूचना दी गई कि गयी तों उनके द्वारा जांच-पड़ताल की गई तों पता चला की शिक्षकों में आपसी तालमेल नहीं है जिस उन्हें चेतावनी देते हुए आगे समय से विद्यालय में आने और पढाई सुचारू रूप से चलाने का निर्देश दिया गया। यदि किसी भी प्रकार की शिकायत दर्ज कराई गई तों कार्रवाई की जाएगी।