छपरा (सारण) सारण जिले मां अंबिका शक्ति पीठ आंमी एवं राजा दानी मौर्यध्वज चिरांद के बीच बिहार का इकलौता सुप्रसिद्ध सूर्यनारायण मंदिर एवं श्री रामजानकी मंदिर में हर साल की भांति इस साल भी छठ पूजा की तैयारी युद्ध स्तर पर चल रही है। यहां हजारों छठ व्रती छठ पूजा करने के लिए दूर दराज, जैसे छपरा, आरा, पटना,उत्तर प्रदेश के बलिया जैसे कई शहरों आदि से आते हैं। इन सभी के अलावा राज्य एवं राज्य के बाहर से भी लोग अपनी रिश्तेदारी में आकर छठ पर्व करते हैं।यहां सभी की मन्नत पूर्ण होती है। इसलिए इस मंदिर को मानोकामना पूर्ण मंदिर भी कहा जाता है। इसका निर्माण बीसवीं सदी के उत्तरार्ध यानी 1990 में हुआ था जिसका उद्घाटन तत्कालीन जिलाधीश श्री व्यास जी एवं एसपी श्री सी आर कासवान ने किया था। यहां पर सरकारी योजना से पूर्व विधायक ज्ञानचंद्र मांझी ने एक शेड का निर्माण, सारण सांसद श्री राजीव प्रताप रूडी ने एक हाई मास्ट लाईट, वर्तमान निर्दलीय एमएलसी इंजीनियर सच्चिदानंद राय ने मंच का निर्माण एवं ग्राम पंचायत नरांव के वर्तमान मुखिया कामाख्या सिंह ने सूर्य कुंड के चारों तरफ से फेवर ब्लॉक ट्रैकिंग कार्य पथ का निर्माण फिलहाल चल रहा है। छठ पर्व पर प्रशासनिक व्यवस्था एवं एनडीआरएफ की टीम की तैनाती की जाती है। इस मंदिर को पर्यटक स्थल बनाने को लेकर सूर्य मंदिर सेवा समिति की ओर से पहल भी की गई है लेकिन विभागीय उदासीनता के कारण आज भी यह धार्मिक एवं ऐतिहासिक स्थान विशेष विकसित नहीं हो पाया। यह स्थान राष्ट्रीय राजमार्ग 19 एवं छपरा सोनपुर रेल मार्ग के बीच में अवस्थित है जो भक्तों के लिए यहां आना आसान है। समिति के सक्रिय सदस्य नरांव निवासी हेमंत सिंह ने बताया कि आस परोस गांव के लोग आर्थिक सहायता कर इस मंदिर के विकास में योगदान वर्षों से करते आ रहे हैं। शिक्षक नेता सह धनौरा निवासी राकेश कुमार सिंह ने बताया कि यह जगह भविष्य में दर्शनीय एवं पर्यटन केंद्र के रुप में विकसित हो सकता है जिसकी बहुत ही संभावनाएं हैं। मंदिर पर अधिकाधिक समय देने वाले मदनपुर निवासी एवं युवा नेता अमरजीत सिंह उर्फ लड्डू ने बताया कि जिला एवं राज्य से आएं छठव्रतियों के लिए हम सभी तत्पर रहते हैं कि व्रती को किसी प्रकार की परेशानी नहीं हो इसपर विशेष ध्यान दिया जाता है।