दाउदपुर सारण। कर्नाटक के बेंगलुरु में मजदूरी करने गए दाउदपुर थाना क्षेत्र के कोहड़ा बाजार निवासी मुस्लिम खान के पुत्र 45 वर्षीय हपिमुद्दीन खान उर्फ अकीम खान की असामयिक निधन के बाद जब उसके शव को गांव लाया गया तो परिवार में कोहराम मच गया। शव को देखने के लिए बड़ी संख्या में ग्रामीणों व रिश्तेदारों की भीड़ उमड़ पड़ी। पिता मुस्लिम खान जहां सिसक रहे थे। वहीं माँ मैतून खातून, पत्नी शमीमा खातून व बच्चे बिलख-बिलख कर रो रहे थे। जानकारी मिलने पर राजद नेता मन्नान खान, स्थानीय मुखिया प्रतिनिधि ओमप्रकाश कुशवाहा, डॉ. जमीर, महम्मद सलीम समेत कई लोगों ने पहुंच कर शोक-संतप्त परिवार को सांत्वना दी। परिजनों व रिश्तेदारों ने बताया कि अकीम खान बेंगलुरु के कंगेरु नामक स्थान पर रहकर राजमिस्त्री के साथ मजदूर का काम करता था। दो दिन पहले रात में जब वह अपने रूम पर था। तभी उसकी तबियत अचानक बिगड़ गई। उसके बाद साथ रहने वाले लोग आनन-फानन में उसे इलाज के लिए पास में स्थित विक्टोरिया हॉस्पिटल में भर्ती कराया। जहां इलाज के दौरान अकीम खान का निधन हो गया। उसके बाद आवश्यक कागजी प्रक्रिया पूरी होने के बाद शव को हवाई जहाज से पटना उसके बाद एक अन्य वाहन से कोहड़ा गांव लाया गया। मृतक पांच भाइयों में सबसे बड़ा था। उसके दो पुत्र व एक पुत्री है।