सिसवन सिवान।सिसवन थाना पुलिस ने सोमवार को शराब पीकर हंगामा कर रहे एक व्यक्ति को गिरफ्तार कर लिया गया। गिरफ्तार आरोपी की पहचान ग्यासपुर गांव निवासी राजन तिवारी के रूप में हुई है। आरोपी को मेडिकल जांच के लिए सिसवन रेफरल अस्पताल ले जाया गया जहां उसके शराब पीने की पुष्टि हुई।थानाध्यक्ष राकेश कुमार सिंह ने बताया कि आगे की कार्रवाई  के लिए उसे सिवान न्यायालय भेज दिया गया।


सिसवन सिवान। सिसवन थाना क्षेत्र के चैनपुर ओपी पुलिस द्वारा बैंकों की सुरक्षा बढ़ा दी गई है।बताते चलें कि सिसवन थाना क्षेत्र के चैनपुर ओपी पुलिस द्वारा बैंकों की सुरक्षा को बढ़ाते हुए सुरक्षा बलों की तैनाती बैंकों पर की गई है।

रघुनाथपुर सिवान।रघुनाथपुर प्रखंड क्षेत्र के विभिन्न गांवों में मुस्लिम समुदाय के लोगों द्वारा शब-ए-बरात पर्व मनाया गया। जहां मुस्लिम समुदायों ने रोजा रखकर घर को मोमबत्तियां से रोशन कर पूरी रात अल्लाह की इबादत की। साथ ही घरों में मीठे पकवान बनाकर गरीबों में बांटा। शब-ए-बरात लैलातुल बरात के नाम से भी जाना जाता है। इस पर्व को मुस्लिम समुदायों ने क्षमा की रात के रूप में मनाया। अपने पूर्वजों के कब्र पर सारी रात इबादत करते हुए अल्लाह से दुआएं मांगी। वहीं महिलाएं कुरान की तिलावत की। वहीं शब-ए-बरात के दिन मस्जिदों की भव्य साज सजावट की गयी थी।

हसनपुरा सिवान।हसनपुरा प्रखंड क्षेत्र के एमएच नगर थानाध्यक्ष मिहिर कुमार के नेतृत्व में प्रशिक्षु पुलिस अवर निरीक्षक चांदनी कुमारी ने गुप्त सूचना के आधार पर पुरैना गांव में छापेमारी कर दो कोर्ट वारंटी को गिरफ्तार किया। गिरफ्तार वारंटी उक्त गांव निवासी सीताराम यादव के पुत्र महंथ यादव तथा मुंशी चौधरी के पुत्र पूजन चौधरी शामिल है। इस दौरान थानाध्यक्ष श्री कुमार ने बताया कि दोनों गिरफ्तार अभियुक्त कोर्ट का वारंटी था। जहां कागजी प्रक्रिया के बाद दोनों को रविवार को जेल भेज दिया गया।


हसनपुरा सिवान। सिसवां कला में सात दिवसीय प्रतिष्ठात्मक श्री रुद्र महायज्ञ को ले सोमवार को गाजे-बाजे, ढोल-नगाड़े व हाथी घोड़े के साथ कलश यात्रा निकाली गई। कलशयात्रा श्री श्री 1008 रामनारायण दास जी महाराज के नेतृत्व में यज्ञ स्थल से निकल कर बस्ती मंझरिया गांव के रास्ते उसरी विशुनपुरा गांव होते हुए उसरी खुदीदास महाराज घाट पहुंचा। जहां आचार्य मृत्युंजय मिश्रा व उनके सहयोगियों के वैदिक मंत्रोच्चार के साथ जलभरी की गई। ततपश्चात कलशयात्रा पुनः यज्ञस्थल लाया गया। उसके बाद महायज्ञ की शुभारंभ की गई। वही कलशयात्रा के दौरान जय श्रीराम, हर-हर महादेव आदि के जयघोष से समूचा वातावरण भक्तीमय बना हुआ था। कलश यात्रा के दौरान विभिन्न रथों पर भगवान श्रीराम-लखन, माता सीता, शिव पार्वती व हनुमान की वेश में श्रद्धालु विराजमान थे।